हमारा उद्देश्य
हमारे समाज में बेटियों को हर कदम पर चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। इसलिए उसे मज़बूत बनाना ज़रूरी है और एक बेटी को मज़बूत सिर्फ उसकी माँ बनाती है। जैसे उसके बालो को मज़बूत बनाता है क्लिनिक प्लस।
Our Purpose
माँ को सहता देखेगी, तो बेटी कहना कैसे सीखेगी?
घरेलु हिंसा के ख़िलाफ़ आवाज़ ना उठाना, हिंसा करने वाले को और ताकतवर बना देता है। ऐसा होने से रोकें।
हिम्मत जुटायें, आवाज़ उठायें।
क्या होती है घरेलु हिंसा?
घर के किसी व्यक्ति द्वारा शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक, मौखिक, मनोवैज्ञानिक या यौन प्रताड़ना करना घरेलु हिंसा कहलाता है। क्या आपको पता है? भारत मे, हर 3 में से 1 महिला किसी ना किसी प्रकार की घरेलु हिंसा का शिकार है। (25% शहरी और 32% ग्रामीण) घरेलु हिंसा की शिकार महिलाओं में से लगभग 86% महिलाओं ने कभी किसी से मदद नहीं माँगी और 77% ने किसी से यह तक नहीं बताया कि उनके साथ हिंसा हो रही है। मार्च 2020 - मई 2020 के बीच घरेलु हिंसा की 1477 शिकायतें दर्ज हुईं जो कि पिछले 10 साल में सबसे ज़्यादा थी।
क्या अब भी आप चुप रहेंगी?
हमारा निश्चय
क्लिनिक प्लस सालों से कहता आ रहा है कि एक माँ ही बेटी को मज़बूत बनाती है, लेकिन अगर माँ घरेलु हिंसा सहेगी तो बेटी की आवाज़ कैसे उठेगी? अब वक़्त आ गया है कि हम और आप मिल कर इसे रोकें। घरेलु हिंसा के ख़िलाफ़ आवाज़ उठायें। अपनी बेटी को मज़बूत बनाएं। आइए प्रण लें कि घरलू हिंसा को घर से ही नहीं देश से बाहर निकालना है।
घरेलु हिंसा होने पर क्या करें?
- अपने आप को दोषी ना ठहराएं।
- किसी भरोसेमंद इंसान से बात करें।
- घरेलु हिंसा करने वाले को बार-बार मौका ना दें।
- पुलिस या हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें।
कहां कहां सबसे ज़्यादा है घरेलु हिंसा
18-49 साल की उमर की कितनी महिलाएँ, किस राज्य में, घरेलु हिंसा से पीड़ित हैं |

राज्य जिनमे 25% से ज़्यादा महिलाएँ पीड़ित
राज्य जिनमे 25% से कम महिलाएँ पीड़ित
*वर्तमान मे, जो राज्य चिह्नित नहीं हैं, हमारे पास उन राज्यों के सटीक आंकड़े नहीं हैं
महिला हेल्पलाइन नंबर्स
मदद मांगने मे हिचकिचाएं नहीं। बुराई के ख़िलाफ़ आवाज़ उठायें। अगर आप या आपके आस पास कोई घरेलु हिंसा का शिकार है, तो इन हेल्पलाइन नम्बरों पर कॉल करें।
- छपाई और अक्षर
- १२५०० २०१०५
माँ से मज़बूती
क्लिनिक प्लस का मकसद बालों को मज़बूत बनाना तो है ही, साथ ही हम देश की हर बेटी को मज़बूत बनते भी देखना चाहते हैं। हमारे विज्ञापन सिर्फ विज्ञापन नहीं, छोटी-छोटी प्रेरणात्मक कहानियाँ है जिससे हम देश की माँओं को बताना चाहते है कि एक मज़बूत बेटी क्या कुछ नहीं कर सकती। जैसे कि यह कहानी। आप भी देखिये, प्रेरणा लीजिए, और अपनी बेटी को मज़बूत बनाइए।